UP News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में देवा-फतेहपुर रोड पर कलयानी नदी पुल पर एक भयानक सड़क हादसा हो गया। एक तेज रफ्तार ट्रक और कार के बीच जबरदस्त टक्कर हुई। कार में सवार आठ लोग थे। छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। दो घायल ट्रॉमा सेंटर ले जाए गए। वहां भी उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतकों में दो बच्चे शामिल हैं। यह घटना रात के अंधेरे में घटी। आसपास के लोग दहल गए। पुलिस ने तुरंत पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी।

आइए इस त्रासदी की पूरी कहानी जानें।
UP News: पुल पर मौत का तांडव
देवा थाना क्षेत्र में देर रात ट्रक और कार आमने-सामने भिड़ गए। कार एक परिवार की थी। वे लखनऊ से लौट रहे थे। ट्रक चालक की लापरवाही से टक्कर इतनी जोरदार हुई। कार पूरी तरह चकनाचूर हो गई। इंजन का हिस्सा तार-तार हो गया। कांच के टुकड़े इधर-उधर बिखर गए। यात्रियों के चीखने की आवाजें गूंजीं। स्थानीय लोग दौड़े। उन्होंने पुलिस को फोन किया। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया। आठ लोग कार में सवार थे। छह की स्पॉट पर मौत हुई। दो को अस्पताल भेजा गया।
बचाव की जद्दोजहद: ट्रॉमा सेंटर में आखिरी सांसें
पुलिस और एम्बुलेंस की टीमें फौरन पहुंचीं। घायलों को पहले जिला अस्पताल ले जाया गया। उनकी हालत नाजुक देखी गई। दो को लखनौ ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। वहां डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की। लेकिन चोटें गंभीर थीं। एक बच्चा और एक वयस्क मरीज ने दम तोड़ दिया। सीएमओ अवधेश कुमार यादव ने पुष्टि की। कुल आठ मौतें हो चुकी हैं। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। परिवार वाले रोते बिलखते रहे। ट्रक चालक फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
Read More Article: TMC vs BJP: ममता बनर्जी का धमाका
मृतकों की पहचान: परिवार का पूरा कुनबा मिटा
कार में एक ही परिवार के सदस्य थे। पिता, मां और छह रिश्तेदार सवार थे। दो मासूम बच्चे भी थे। वे छुट्टियां मनाकर लौट रहे थे। हादसे में सबकी जिंदगी थम गई। पड़ोसियों ने बताया। परिवार गरीब था। मजदूरी करता था। अब घर में कोहराम मच गया। रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्चे स्कूल जाते थे। उनके सपने अधूरे रह गए। जिला प्रशासन ने मुआवजे का ऐलान किया। लेकिन दर्द कौन मिटाएगा। समाज ने शोक व्यक्त किया।
सड़क सुरक्षा पर सवाल: क्यों बार-बार हादसे?
उत्तर प्रदेश में सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। तेज गति और लापरवाही मुख्य कारण हैं। पुल पर लाइटिंग की कमी थी। साइन बोर्ड भी टूटे पड़े थे। विशेषज्ञों का कहना है। रखरखाव जरूरी है। ट्रक चालकों को थकान से बचाना चाहिए। सरकार ने अभियान चलाए हैं। लेकिन अमल कमजोर है। इस हादसे ने सबको झकझोरा। स्थानीय लोगों ने मांग की। सड़कें सुधारें। चेकिंग बढ़ाएं। वरना और मौतें होंगी। जागरूकता ही रास्ता है।
निष्कर्ष: सड़कें सुरक्षित हों, जिंदगियां बचें
यह हादसा एक सबक है। आठ जिंदगियां एक पल में चली गईं। दो मासूमों की मौत दिल दहला देती है। सरकार और नागरिक मिलकर काम करें। नियमों का पालन करें। तेज ड्राइविंग छोड़ें। हेलमेट बांधें। सड़कें मौत का जाल न बनें। परिवारों को न्याय मिले। एक सुरक्षित भारत बनाएं। शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना।
FAQ: बरेली ट्रक-कार हादसे से जुड़े सवाल
1. हादसा कब और कहां हुआ? देर रात कलयानी नदी पुल पर। देवा-फतेहपुर रोड। बरेली जिले में।
2. कितने लोगों की मौत हुई? कुल आठ। छह स्पॉट पर। दो ट्रॉमा सेंटर में।
3. मृतकों में बच्चे थे? हां। दो मासूम बच्चे शामिल। परिवार के सदस्य थे।
4. ट्रक चालक का क्या हुआ? फरार। पुलिस तलाश कर रही। मामला दर्ज।
5. क्या मुआवजा मिलेगा? हां। प्रशासन ने घोषणा की। परिवारों को सहायता।





