
CIBIL स्कोर डाउन : आजकल चाहे क्रेडिट कार्ड लेना हो, होम लोन चाहिए या पर्सनल लोन लेना है – हर जगह सबसे
पहले CIBIL स्कोर देखा जाता है। कई बार लोग हाथ मलते रह जाते हैं क्योंकि उनका स्कोर 750 के नीचे चला जाता है।
अगर आपका भी CIBIL स्कोर खराब है तो घबराएं नहीं! थोड़ा डिसिप्लिन और स्मार्ट प्लानिंग से हर कोई अपना स्कोर
बेहतर कर सकता है।
CCIBIL स्कोर डाउन – असल मायने क्या हैं?
CIBIL स्कोर दरअसल आपकी फाइनेंशियल साख का इशारा है। ये नंबर बताता है कि बैंकों और NBFCs की नजर में
आप “भरोसेमंद कस्टमर” हैं या नहीं। आमतौर पर 750 या उससे ऊपर का स्कोर बहुत अच्छा माना जाता है और 600
से नीचे वाला स्कोर परेशानी वाला होता है। बैंक अच्छे स्कोर वालों को कम ब्याज पर बड़ी राशि दे सकते हैं, जबकि
कम स्कोर वालों को लोन मिलना मुश्किल हो सकता है या ब्याज ज्यादा लग सकता है।
खराब CIBIL स्कोर को सुधारने के 7 व्यावहारिक तरीके
CIBIL Score improvement : यदि आपका सिबिल स्कोर खराब हो चुका है या तो फिर सिविल स्कोर कम है और
सिविल स्कोर को सुधारने के लिए सोच रहे हैं तो आप इन 7 असरदार तरीके से सिविल स्कोर को बेहतर कर सकते हैं।
1. क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल करें
आप अपने क्रेडिट कार्ड को लिमिट के अंदर ही इस्तेमाल करें और उसका पेमेंट समय पर करें। लिमिट के 30% से
ज्यादा इस्तेमाल ना करें।
2. बिल और EMI समय पर चुकाएं
इसके बाद आप किसी भी प्रकार की ड्यू डेट मिस करना आपके स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए आप
बिल और एमी समय पर ही चुका है जिससे आपका सिबिल स्कोर बेहतर बना रहेगा।
3. पुराने लोन को समय पर बंद करें
अगर आपने कोई पुराना लोन लिया है तो उसका समय पर भुगतान कर दें, ताकि आपका पेमेंट हिस्ट्री साफ बनी रहे।
और इससे भी आपका सिबिल स्कोर बेहतर बना रहेगा।
4. नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए बार-बार अप्लाई ना करें
बार-बार लोन अप्लाई करने से हार्ड इंक्वायरी होती है, जो स्कोर को डाउन कर सकती है। इसलिए आप नए लोन या
तो फिर क्रेडिट कार्ड के लिए बार-बार अप्लाई बिल्कुल ना करें।
5. क्रेडिट मिक्स रखें
हो सके तो पर्सनल लोन, होम लोन और क्रेडिट कार्ड का एक संतुलित मिश्रण रखें। इससे आपकी क्रेडिट प्रोफाइल
मजबूत बनती है।
6. CIBIL रिपोर्ट को समय-समय पर चेक करें
कभी-कभी गलत जानकारी भी आपका सिविल स्कोर डाउन कर सकती है। इसलिए अपनी रिपोर्ट चेक करते रहें और
कोई गलती हो तो तुरंत सुधार करवाएं।
7. को-गैरेंटर बनते वक्त सावधानी रखें
अगर आप किसी के लोन के गारंटर हैं, और वह व्यक्ति भुगतान में गलती करता है तो उसका असर आपके स्कोर पर
भी पड़ सकता है।
CIBIL स्कोर डाउन होने के कारण
अपनी CIBIL रिपोर्ट साल में कम से कम 1-2 बार जरूर देखें। रिपोर्ट में कोई गलती हो तो उसका ऑनलाइन डिस्प्यूट खोलें।
- फालतू में बार-बार नए ऋण या कार्ड के लिए आवेदन न करें। हर बार जाँच (hard inquiry) स्कोर गिराती है।
- जरूरत हो तो क्रेडिट काउंसिलिंग लें। कई बैंक और कंपनियाँ फ्री में यह सर्विस देती हैं।
CIBIL स्कोर डाउन है धैर्य रखें – सुधार धीरे-धीरे दिखेगा
CIBIL स्कोर कुछ हफ्तों में सुधर सकता है, पर कई बार इसमें 6-12 महीने भी लग सकते हैं। आपको बस यही करना है –
पेमेंट टाइम पर करें, लिमिट का ध्यान रखें, पुरानी हिस्ट्री मजबूत करें और पैसों के मामलों में थोड़ी अनुशासन रखें।
निष्कर्ष
खराब CIBIL स्कोर आपके लिए चिंता का कारण जरूर हो सकता है, लेकिन सही तरीके और आदतें अपनाकर इसे सुधारा
जा सकता है। आज से ही उपाय अपनाएं – जल्द आपको फायदे दिखने भी लगेंगे और बैंकिंग/क्रेडिट के नए दरवाजे भी
खुलेंगे।
“फाइनेंशियल हेल्थ भी आपकी खुद की जिम्मेदारी है – बस थोड़ी जागरूकता और नियम-संयम से आप भी अपने स्कोर को टॉप पर पहुँचा सकते हैं!”












