Balika Samriddhi Yojana: भारत में बेटी का जन्म अक्सर आर्थिक बोझ माना जाता है, लेकिन सरकार की बालिका समृद्धि योजना (BSY) इसे बदलने का एक मजबूत कदम है। 1997 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई यह योजना गरीबी रेखा से नीचे (BPL) परिवारों की बेटियों को जन्म से लेकर शिक्षा तक आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इसका मुख्य उद्देश्य लिंग भेदभाव कम करना, लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना और परिवारों को बेटी के लिए सकारात्मक सोच अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।

2025 में भी यह योजना सक्रिय है, जो लाखों परिवारों को सशक्त बना रही है। अगर आपका परिवार BPL श्रेणी में आता है, तो यह योजना आपके लिए लाखों रुपये की बचत का अवसर ला सकती है। आइए, जानते हैं कि बेटी के जन्म से 10वीं कक्षा तक कितनी भारी मदद मिलेगी और कैसे आवेदन करें।
Balika Samriddhi Yojana के प्रमुख फायदे जन्म से पढ़ाई तक की पूरी राहत
यह योजना सिर्फ एक बार की मदद नहीं, बल्कि लंबे समय तक चलने वाली वित्तीय सुरक्षा का पैकेज है। BPL परिवारों की बेटियों के लिए डिजाइन की गई BSY में कई स्तरों पर सहायता मिलती है, जो शिक्षा को बाधित होने से बचाती है। यहां हैं इसके मुख्य लाभ:
- जन्म पर पोस्ट-बर्थ ग्रांट: बेटी के जन्म के समय मां को ₹500 का एकमुश्त अनुदान मिलता है। यह राशि परिवार को तुरंत राहत देती है और बेटी के स्वागत को सकारात्मक बनाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह ग्रांट स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (SGSY) के BPL मानदंडों पर आधारित है, जबकि शहरी स्लम परिवारों को बिना किसी BPL प्रमाणपत्र के लाभ मिलता है।
- वार्षिक स्कॉलरशिप शिक्षा के लिए: योजना का सबसे बड़ा आकर्षण है सालाना स्कॉलरशिप, जो बेटी की कक्षा के अनुसार बढ़ती जाती है। यह राशि सीधे लाभार्थी के नाम से ब्याज-युक्त खाते में जमा होती है, जिसे 10वीं पास करने पर निकाला जा सकता है। इससे परिवार को किताबें, यूनिफॉर्म और स्कूल फीस जैसे खर्चों में मदद मिलती है।
- बीमा और बचत का विकल्प: ग्रांट या स्कॉलरशिप का एक हिस्सा भग्यश्री बालिका बीमा योजना के तहत प्रीमियम के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जो बेटी के भविष्य को और सुरक्षित बनाता है। कुल मिलाकर, यह योजना बेटी की शिक्षा को सुनिश्चित करते हुए परिवार की आर्थिक स्थिरता बढ़ाती है।
ये लाभ न सिर्फ तात्कालिक राहत देते हैं, बल्कि बेटी को आत्मनिर्भर बनाते हैं।
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कितने रुपये मिलेंगे? कक्षा-वार स्कॉलरशिप ब्रेकडाउन
बालिका समृद्धि योजना में स्कॉलरशिप की राशि बेटी की उम्र और कक्षा पर निर्भर करती है। यह सुनिश्चित करती है कि बढ़ती जरूरतों के साथ मदद भी बढ़े। नीचे दी गई टेबल से समझें कि हर साल कितनी राशि मिलेगी:
| कक्षा | वार्षिक स्कॉलरशिप (₹) | कुल संभावित बचत (जन्म से 10वीं तक) |
|---|---|---|
| कक्षा 1 | 300 | – |
| कक्षा 2 | 300 | – |
| कक्षा 3 | 300 | – |
| कक्षा 4 | 300 | – |
| कक्षा 5 | 500 | – |
| कक्षा 6 | 500 | – |
| कक्षा 7 | 500 | – |
| कक्षा 8 | 700 | – |
| कक्षा 9 | 1000 | – |
| कक्षा 10 | 1000 | कुल: लगभग ₹6,000 + ₹500 ग्रांट |
नोट: यह राशि ब्याज के साथ बढ़ सकती है, क्योंकि खाता ब्याज-युक्त होता है। 10वीं पास करने पर पूरी राशि निकाली जा सकती है, जो बेटी की आगे की पढ़ाई या शादी में काम आ सकती है। अगर परिवार में दो बेटियां हैं (15 अगस्त 1997 के बाद जन्मी), तो दोनों को लाभ मिलेगा।
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योग्यता मानदंड: कौन ले सकता है बालिका समृद्धि योजना का फायदा?
हर परिवार को यह लाभ नहीं मिलता, लेकिन मानदंड सरल हैं। योजना का फोकस आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों पर है:
- परिवार की स्थिति: ग्रामीण क्षेत्रों में SGSY के तहत BPL परिवार, शहरी क्षेत्रों में स्लम निवासी (BPL प्रमाणपत्र वैकल्पिक)।
- बेटी की उम्र: 15 अगस्त 1997 या उसके बाद जन्मी।
- शिक्षा और वैवाहिक स्थिति: बेटी नियमित स्कूल जाती हो और विवाहित न हो।
- सीमा: परिवार की अधिकतम दो बेटियों तक सीमित।
- अपवाद: अगर बेटी अनाथ है या आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीकृत है, तो प्राथमिकता मिलती है।
ये मानदंड सुनिश्चित करते हैं कि जरूरतमंदों तक मदद पहुंचे।
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आवेदन कैसे करें? स्टेप-बाय-स्टेप गाइड 2025 के लिए
बालिका समृद्धि योजना में आवेदन प्रक्रिया आसान और मुफ्त है। जन्म के तुरंत बाद शुरू करें:
- आवेदन फॉर्म लें: नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायत या स्कूल से फॉर्म डाउनलोड करें (india.gov.in से भी उपलब्ध)।
- दस्तावेज संलग्न करें: बेटी का जन्म प्रमाणपत्र, परिवार का BPL प्रमाणपत्र (ग्रामीण के लिए), माता-पिता का आधार कार्ड, बैंक पासबुक और स्कूल एडमिशन प्रूफ।
- जमा करें: आंगनवाड़ी कार्यकर्ता या स्कूल प्रिंसिपल को सौंपें। वे फॉर्म को जिला महिला एवं बाल विकास कार्यालय भेजेंगे।
- ट्रैकिंग: आवेदन स्वीकृति के बाद खाता खुल जाएगा। स्कूल प्रिंसिपल हर साल स्कॉलरशिप प्रस्ताव भेजेंगे।
- टिप: देरी न करें – जन्म के 6 महीने के अंदर आवेदन करें। हेल्पलाइन: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर संपर्क करें।
निष्कर्ष: बालिका समृद्धि योजना – बेटियों का सशक्तिकरण, राष्ट्र का निर्माण
बालिका समृद्धि योजना न सिर्फ बेटी के जन्म को उत्सव बनाती है, बल्कि उसकी शिक्षा को मजबूत नींव देती है। ₹500 से शुरू होकर हजारों रुपये की स्कॉलरशिप तक, यह योजना BPL परिवारों को आर्थिक बोझ से मुक्ति दिलाती है और लिंग समानता को बढ़ावा देती है। 2025 में, जब भारत ‘विकसित राष्ट्र’ की ओर बढ़ रहा है, ऐसी योजनाएं बेटियों को आगे लाकर देश को मजबूत करेंगी। अगर आपका परिवार योग्य है, तो आज ही आवेदन करें – क्योंकि एक शिक्षित बेटी पूरे परिवार की समृद्धि है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ!





