Ayushman Bharat 2025: भारत सरकार की फ्लैगशिप हेल्थ स्कीम आयुष्मान भारत ने एक बार फिर से बुजुर्गों के लिए नई उम्मीद जगाई है। 2025 में इस योजना का विस्तार करते हुए, 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी माता-पिता और अन्य सीनियर सिटिजंस को सालाना 10 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा। यह खबर लाखों परिवारों के लिए वरदान साबित हो सकती है, खासकर उन बुजुर्गों के लिए जो महंगी मेडिकल ट्रीटमेंट की चिंता से जूझ रहे हैं। लेकिन, इस शानदार लाभ के पीछे एक बड़ा पेंच छिपा है, जो कई परिवारों को निराश कर सकता है।

आइए, इस योजना की बारीकियों को गहराई से समझते हैं और जानते हैं कि यह कवर वाकई कितना फायदेमंद है।
Ayushman Bharat 2025 योजना का संक्षिप्त परिचय
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) भारत की सबसे बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजना है, जो 2018 में शुरू हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब और कमजोर वर्गों को सेकेंडरी और टर्शियरी केयर हॉस्पिटलाइजेशन के लिए 5 लाख रुपये का कैशलेस कवर प्रदान करना है। अब तक, यह योजना 12 करोड़ से अधिक परिवारों को कवर कर चुकी है, जिसमें 7 करोड़ से ज्यादा हॉस्पिटल एडमिशन हो चुके हैं। कुल मिलाकर, योजना के तहत 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लाभ वितरित हो चुका है।
2024 के अंत में घोषित विस्तार के तहत, 2025 में योजना को और मजबूत किया गया है। अब 70 वर्ष से ऊपर के सभी नागरिकों को शामिल किया जा रहा है, भले ही उनकी आय कितनी भी हो। यह कदम लगभग 6 करोड़ सीनियर सिटिजंस और 4.5 करोड़ परिवारों को फायदा पहुंचाएगा। योजना के तहत, बुजुर्गों को नया ‘आयुष्मान वय वंदना कार्ड’ जारी किया जाएगा, जो कैशलेस ट्रीटमेंट की सुविधा देगा।
2025 में नया अपडेट: 70+ उम्र वालों के लिए 10 लाख का कवर
2025 के बजट और कैबिनेट फैसले के अनुसार, आयुष्मान भारत अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के माता-पिता और अन्य बुजुर्गों को कुल 10 लाख रुपये का वार्षिक स्वास्थ्य कवर देगी। यह कवर दो हिस्सों में बंटा है:
- पहला हिस्सा (5 लाख रुपये): यह मौजूदा परिवार के लिए है, जिसमें पति-पत्नी और नाबालिग बच्चे शामिल हैं। यह पहले से ही योजना के तहत उपलब्ध है।
- दूसरा हिस्सा (अतिरिक्त 5 लाख रुपये): यह विशेष रूप से 70+ उम्र के सदस्यों (जैसे माता-पिता या ससुराल वाले) के लिए है। यह टॉप-अप कवर है, जो बुजुर्गों को अलग से मिलेगा।
अगर परिवार पहले से योजना में शामिल है, तो बुजुर्गों को अतिरिक्त कार्ड मिलेगा, और उनका कवर परिवार के अन्य सदस्यों से अलग रहेगा। दिल्ली जैसे कुछ राज्यों में यह कवर सीधे 10 लाख रुपये तक बढ़ाया गया है, जहां केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही हैं। यह सुविधा निजी और सरकारी दोनों अस्पतालों में उपलब्ध होगी, जिसमें 2000 से ज्यादा प्रक्रियाएं कवर होती हैं, जैसे सर्जरी, कैंसर ट्रीटमेंट, डायलिसिस आदि। प्री-एग्जिस्टिंग कंडीशंस पर भी कोई वेटिंग पीरियड नहीं है।
लॉन्च के महज दो महीनों में 25 लाख से ज्यादा बुजुर्गों ने कार्ड बनवाया है, और 40 करोड़ रुपये से अधिक का ट्रीटमेंट हो चुका है। यह आंकड़े योजना की लोकप्रियता को दर्शाते हैं।
पात्रता के मानदंड: कौन ले सकता है लाभ?
यह योजना अब आय सीमा से परे चली गई है। मुख्य पात्रता:
- उम्र: 70 वर्ष या इससे अधिक।
- नागरिकता: भारतीय नागरिक।
- परिवार: अगर बुजुर्ग पहले से AB-PMJAY परिवार का हिस्सा हैं, तो अतिरिक्त टॉप-अप मिलेगा। अन्यथा, नया कार्ड बनेगा।
- अपवाद: CGHS, ECHS या CAPF जैसी अन्य सरकारी स्कीमों के लाभार्थी चुन सकते हैं कि वे कौन-सी स्कीम रखें।
SECC 2011 डेटा के आधार पर पहले गरीब परिवार ही पात्र थे, लेकिन अब सीनियर सिटिजंस के लिए कोई आय प्रमाण-पत्र की जरूरत नहीं।
आवेदन प्रक्रिया: स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
कार्ड बनवाना बेहद आसान है। यहां पूरी प्रक्रिया:
- आधिकारिक पोर्टल पर जाएं: mera.pmjay.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करें।
- आधार वेरिफिकेशन: आधार नंबर डालें और OTP से वेरीफाई करें।
- डिटेल्स भरें: नाम, उम्र, पता और परिवार के अन्य सदस्यों की जानकारी दें।
- ई-केवाईसी: आधार से लिंक्ड मोबाइल पर OTP डालें।
- कार्ड डाउनलोड: अप्रूवल के बाद डिजिटल कार्ड डाउनलोड करें। फिजिकल कार्ड हेल्पलाइन या हॉस्पिटल से लें।
- हेल्पलाइन: 14555 या 1800-111-565 पर कॉल करें।
अगर परिवार में कई बुजुर्ग हैं, तो एक ही आवेदन में सबको ऐड कर सकते हैं। प्रक्रिया 100% डिजिटल है, और कोई फीस नहीं लगती।
आवेदन के जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड (मुख्य दस्तावेज)।
- राशन कार्ड या वोटर आईडी (सत्यापन के लिए)।
- बैंक अकाउंट डिटेल्स (भविष्य के लिए)।
- पासपोर्ट साइज फोटो (ऑनलाइन अपलोड)।
अगर आधार नहीं है, तो अन्य आईडी से वैकल्पिक रजिस्ट्रेशन संभव है।
योजना के लाभ: क्यों है यह गेम-चेंजर?
- कैशलेस ट्रीटमेंट: हॉस्पिटल बिल सीधे सरकार को जाता है।
- व्यापक कवरेज: 27,000+ अस्पताल नेटवर्क, जिसमें प्राइवेट भी शामिल।
- परिवार फोकस: बुजुर्गों का कवर अलग, इसलिए अन्य सदस्यों पर असर नहीं।
- कोई कैप नहीं: परिवार का साइज कितना भी हो, कवर वही रहेगा।
- महिलाओं पर फोकस: 49% लाभार्थी महिलाएं हैं।
यह योजना न सिर्फ मेडिकल खर्च बचाती है, बल्कि बुजुर्गों को सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करती है।
You May Also Check : 8th Pay Commission को मिली मंजूरी
बड़ा पेंच: यह कमी क्यों साबित हो सकती है झटका?
अब आते हैं उस ‘बड़े पेंच’ पर, जिसकी वजह से कई परिवारों को योजना का पूरा फायदा नहीं मिल पाएगा। मुख्य समस्या यह है कि कुल 10 लाख का कवर ‘शेयरड’ है – यानी परिवार के लिए 5 लाख और सीनियर सिटिजंस के लिए अलग 5 लाख। लेकिन:
- अगर परिवार के युवा सदस्य (पति-पत्नी या बच्चे) पहले ही अपना 5 लाख कवर इस्तेमाल कर लें, तो बुजुर्गों का अतिरिक्त 5 लाख भी उसी पूल से आएगा। मतलब, बुजुर्गों को अलग से फुल 5 लाख नहीं मिलेगा अगर फैमिली लिमिट खत्म हो चुकी हो।
- यह टॉप-अप केवल बुजुर्गों के लिए है, लेकिन फैमिली के अन्य ट्रीटमेंट से प्रभावित हो सकता है।
- कुछ राज्यों (जैसे दिल्ली, पश्चिम बंगाल) में स्थानीय स्कीम्स के कारण इंप्लीमेंटेशन में देरी।
- हॉस्पिटल नेटवर्क में ग्रामीण क्षेत्रों की कमी, और कुछ हाई-एंड ट्रीटमेंट्स (जैसे एडवांस्ड डायग्नोस्टिक्स) अभी कवर नहीं।
यह पेंच योजना की पहुंच को सीमित कर देता है, खासकर संयुक्त परिवारों में जहां मल्टीपल ट्रीटमेंट चल रहे हों। सरकार को इस पर और स्पष्टता लानी चाहिए।
निष्कर्ष
आयुष्मान भारत 2025 का यह विस्तार बुजुर्गों के स्वास्थ्य को मजबूत करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। 10 लाख का कवर लाखों परिवारों को आर्थिक बोझ से मुक्ति दिला सकता है, लेकिन ‘शेयरड लिमिट’ जैसे पेंच को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अगर सरकार इन कमियों को दूर करे, तो यह योजना सच्चे अर्थों में ‘विश्व स्तर की हेल्थकेयर’ साबित होगी। अगर आपके परिवार में 70+ उम्र के सदस्य हैं, तो आज ही आवेदन करें। स्वस्थ भारत का सपना तभी साकार होगा जब हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट चेक करें।
FAQ: Ayushman Bharat 2025 से जुड़े आम सवाल
Q1: क्या 70+ उम्र के सभी बुजुर्ग पात्र हैं? हां, आय की परवाह किए बिना सभी 70 वर्ष से ऊपर के भारतीय नागरिक पात्र हैं।
Q2: अगर परिवार पहले से योजना में है, तो क्या होगा? बुजुर्गों को अतिरिक्त 5 लाख का टॉप-अप कवर मिलेगा, जो अन्य सदस्यों से अलग रहेगा लेकिन लिमिट शेयर्ड हो सकती है।
Q3: आवेदन में कितना समय लगता है? आमतौर पर 24-48 घंटे में कार्ड जारी हो जाता है।
Q4: क्या प्राइवेट हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट मिलेगा? हां, 27,000+ एम्पैनल्ड हॉस्पिटलों में कैशलेस सुविधा उपलब्ध है।
Q5: बड़ा पेंच क्या है? कवर शेयर्ड है, इसलिए अगर परिवार का 5 लाख खत्म हो जाए, तो बुजुर्गों का टॉप-अप प्रभावित हो सकता है।
Q6: क्या दिल्ली में 10 लाख सीधा कवर मिलेगा? हां, दिल्ली में केंद्र-राज्य मिलकर फुल 10 लाख का कवर दे रहे हैं।





