Indigo Crisis: दिवाली और छठ पूजा के मौके पर घर लौटने वाले लाखों लोगों के लिए यह साल सबसे महंगा और दर्दनाक सफर बन गया है। इंडिगो एयरलाइंस की तकनीकी खराबी के चल रही “सिस्टम-वाइड आउटेज” की वजह से पिछले चार दिनों से सैकड़ों फ्लाइट्स कैंसिल हो रही हैं, जिसके चलते पटना-दिल्ली रूट पर हवाई किराया रिकॉर्ड तोड़ते हुए 60,000 रुपये से भी ऊपर पहुंच गया है।

कुछ मामलों में तो एक तरफ का टिकट 62,500 रुपये तक बिकता दिखा।
Indigo Crisis: आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?
इंडिगो ने 2 दिसंबर से अपने बुकिंग सिस्टम में भयानक गड़बड़ी की शिकायत दर्ज की थी। कंपनी का दावा है कि वह “क्लाउड माइग्रेशन” कर रही थी, लेकिन यह प्रक्रिया बुरी तरह फेल हो गई। नतीजा –
- चेक-इन काउंटर पर घंटों लाइन
- बोर्डिंग पास नहीं बन रहे
- हजारों यात्री एयरपोर्ट पर फंसे
- पिछले 72 घंटों में 400 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल
इस आउटेज की सबसे बड़ी मार पटना, रांची, रायपुर, गुवाहाटी जैसे छोटे शहरों के रूट्स पर पड़ी, क्योंकि यहां इंडिगो की हिस्सेदारी 60-70% तक है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे मेट्रो रूट्स पर भी किराया 25,000-35,000 तक पहुंच गया।
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रियल-टाइम किराए की भयावह तस्वीर (5 दिसंबर 2025, दोपहर 2 बजे चेक किया गया)
- पटना → दिल्ली (6 दिसंबर) – ₹58,000 से ₹62,500 (Indigo डायरेक्ट)
- पटना → दिल्ली (7 दिसंबर) – ₹48,000 से ₹55,000
- रांची → दिल्ली – ₹42,000 तक
- गुवाहाटी → दिल्ली – ₹38,000-45,000
स्पाइसजेट और एयर इंडिया जैसी दूसरी एयरलाइंस ने भी मौके का फायदा उठाया और अपने किराए 4-5 गुना बढ़ा दिए।
यात्रियों का दर्द
- छठ व्रती महिलाएं एयरपोर्ट पर रोते हुए मिलीं
- कई लोगों ने 50-60 हजार खर्च करके टिकट लिया, फिर भी फ्लाइट कैंसिल
- ट्रेन के टिकट भी तत्काल को छोड़कर पूरी तरह भरे
- बसों में भी 3-4 गुना किराया वसूला जा रहा
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इंडिगो ने क्या कहा?
कंपनी ने माफी मांगी है और कहा है कि 6 दिसंबर तक सिस्टम पूरी तरह ठीक हो जाएगा। प्रभावित यात्रियों को पूरा रिफंड या मुफ्त री-बुकिंग की सुविधा दी जा रही है। लेकिन जिन्होंने दूसरी महंगी फ्लाइट्स बुक कर लीं, उनके पैसे डूब गए।
आगे क्या?
DGCA ने इंडिगो को नोटिस भेजा है और 7 दिन में जवाब मांगा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह भारत की एविएशन हिस्ट्री की सबसे बड़ी तकनीकी फेलियर में से एक है। त्योहारों के पीक सीजन में हुई इस घटना ने लाखों परिवारों का छठ और दिवाली खराब कर दिया।
निष्कर्ष
इंडिगो जैसी बड़ी कंपनी का सिस्टम इतने लंबे समय तक डाउन रहना चौंकाने वाला है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि अगले 48 घंटे तक जरूरी न हो तो हवाई यात्रा टाल दें। ट्रेन या बस का विकल्प देखें, भले ही महंगा हो, लेकिन कम से कम पहुंच तो जाएंगे। सरकार को भी चाहिए कि ऐसी स्थिति में किराया कैप लगाने का नियम तुरंत लागू करे, ताकि एयरलाइंस मनमाने दाम न वसूल सकें।





