Vijendra Kumar Yadav Net Worth: बिहार की राजनीति में यादव समुदाय के प्रमुख चेहरे और जेडीयू के वरिष्ठ नेता विजेंद्र कुमार यादव हाल ही में नीतीश कुमार की दसवीं सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल हुए हैं। 2025 विधानसभा चुनावों में जदयू के टिकट पर मीनापुर सीट से लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने के बाद उन्हें वित्त विभाग का जिम्मा सौंपा गया है। चुनाव आयोग को 16 अक्टूबर 2025 को जमा हलफनामे के अनुसार, विजेंद्र कुमार यादव की कुल संपत्ति 4.25 करोड़ रुपये है, जबकि पत्नी की संपत्ति 1.80 करोड़ रुपये। मिलाकर कुल 6.05 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है।

यह आंकड़े पिछले चुनाव से 10-12% की बढ़ोतरी दर्शाते हैं, जो उनकी कृषि आधारित आय और स्मार्ट निवेश को दिखाते हैं। आइए, इस आर्टिकल में उनकी संपत्ति की पूरी डिटेल, राजनीतिक सफर, आय के स्रोत और रोचक तथ्यों को विस्तार से जानते हैं।
Vijendra Kumar Yadav Net Worth: विजेंद्र कुमार यादव का राजनीतिक सफर: संपत्ति की नींव कैसे बनी?
विजेंद्र कुमार यादव का जन्म 1975 में मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर प्रखंड में एक यादव परिवार में हुआ। उनके पिता एक
किसान थे, जिन्होंने उन्हें ग्रामीण जीवन की समझ दी।
विजेंद्र ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मीनापुर से पूरी की और बाद में मुजफ्फरपुर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। राजनीति में
2010 में पहली बार जदयू से मीनापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
2015 में पहली बार जीत हासिल की और विधायक बने। 2020 और 2025 में लगातार जीतकर उन्होंने अपनी पकड़
मजबूत की। नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले विजेंद्र 2020 में जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष बने।
2025 चुनावों में NDA की जीत के बाद कैबिनेट मंत्री का पद मिला। मीनापुर से 28,000 वोटों से जीत उनकी लोकप्रियता
का प्रमाण है। उनकी संपत्ति का मुख्य आधार पिता से विरासत में मिली कृषि भूमि, सरकारी सैलरी और प्रॉपर्टी निवेश है।
वे ग्रामीण विकास और किसान कल्याण के मुद्दों पर हमेशा मुखर रहे हैं।
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विजेंद्र कुमार यादव की कुल संपत्ति: चल और अचल एसेट्स का विस्तृत ब्रेकडाउन
2025 चुनाव हलफनामे में विजेंद्र कुमार यादव ने पारदर्शिता के साथ सभी विवरण साझा किए हैं। कुल 6.05 करोड़ रुपये
की संपत्ति में चल संपत्ति (मूवेबल) और अचल संपत्ति (इमूवेबल) दोनों शामिल हैं।
पत्नी की संपत्ति अलग से गिनी गई है। हलफनामे में एक आपराधिक केस का जिक्र है – मीनापुर थाने में चुनावी धांधली
का, लेकिन कोई सजा नहीं। आइए,
आंकड़ों को तोड़कर देखें:
- चल संपत्ति (Movable Assets): विजेंद्र की कुल 85 लाख रुपये। इसमें बैंक बैलेंस, गहने और वाहन शामिल हैं।
- कैश और बैंक डिपॉजिट: विभिन्न बैंकों में 45 लाख रुपये से ज्यादा।
- गहने: 300 ग्राम सोना और 1 किलो चांदी (कीमत करीब 25 लाख रुपये)।
- वाहन: टाटा सफारी कार (2022 मॉडल, वैल्यू 15 लाख रुपये)। पत्नी की चल संपत्ति 35 लाख रुपये – इसमें सोना और बैंक बचत शामिल।
- अचल संपत्ति (Immovable Assets): विजेंद्र की कुल 3.40 करोड़ रुपये।
- कृषि भूमि: मुजफ्फरपुर और वैशाली में 12 एकड़ से ज्यादा जमीन, ज्यादातर विरासत में मिली। वैल्यू 2.50 करोड़ रुपये।
- रिहायशी प्रॉपर्टी: पटना में एक फ्लैट (90 लाख रुपये)। पत्नी की अचल संपत्ति 1.45 करोड़ रुपये – मुजफ्फरपुर में एक मकान।
कुल मिलाकर, संपत्ति में 65% हिस्सा अचल संपत्ति का है। पिछले साल (2024) की तुलना में बढ़ोतरी मुख्य रूप से प्रॉपर्टी वैल्यूएशन और कृषि उत्पादन से आई। हलफनामे में वार्षिक आय 20.5 लाख रुपये घोषित की गई है।
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सैलरी और आय के स्रोत: कैबिनेट मंत्री के तौर पर कितनी कमाई?
बिहार के कैबिनेट मंत्री के रूप में विजेंद्र कुमार यादव की मासिक सैलरी 1.50 लाख रुपये है, यानी सालाना लगभग 18
लाख रुपये। इसमें भत्ते (यात्रा, मेडिकल आदि) भी शामिल हैं।
लेकिन उनकी मुख्य आय सैलरी से ज्यादा कृषि आय (जमीन से 8-10 लाख सालाना) और प्रॉपर्टी किराए (3 लाख)
से आती है। जदयू नेता के रूप में कोई प्राइवेट बिजनेस या एंडोर्समेंट नहीं।
वे सरकारी आवास में रहते हैं और ग्रामीण जीवनशैली को प्राथमिकता देते हैं। वित्त विभाग संभालते हुए कोई अतिरिक्त
कमाई का खुलासा नहीं।
संपत्ति से जुड़े रोचक तथ्य और विवाद: हलफनामा क्या कहता है?
विजेंद्र कुमार यादव की संपत्ति पर कोई बड़ा विवाद नहीं रहा। हलफनामा काफी साफ है – केवल एक मामूली चुनावी केस।
एक रोचक बात: उनकी संपत्ति जदयू के अन्य मंत्रियों जैसे विजय चौधरी (3.20 करोड़) से ज्यादा है, जो यादव समुदाय
की आर्थिक उन्नति को दर्शाती है।
मीनापुर में 10 साल का दबदबा उनकी कृषि भूमि से जुड़े ग्रामीण नेटवर्क को दिखाता है। 2025 चुनाव में RJD के
उम्मीदवार से मुकाबला यादव vs यादव था, लेकिन विकास के एजेंडे पर जीत मिली। शिक्षा को लेकर कभी सवाल नहीं
– ग्रेजुएट होने से वे नीतिगत मुद्दों पर मजबूत पकड़ रखते हैं।
निष्कर्ष
विजेंद्र कुमार यादव की नेट वर्थ 2025 में 6.05 करोड़ रुपये तक पहुंचना उनके दृढ़ राजनीतिक इरादे, ग्रामीण जड़ों और
ईमानदार प्रयासों का परिणाम है। जेडीयू नेता और कैबिनेट मंत्री के रूप में वे न सिर्फ बिहार के वित्तीय ढांचे को मजबूत
कर रहे हैं, बल्कि संपत्ति के खुलासे से जवाबदेही का पैगाम भी दे रहे हैं।
अगर आप बिहार की राजनीति पर नजर रखते हैं, तो चुनाव आयोग की साइट पर उनके हलफनामे की पड़ताल करें।
संपत्ति के आंकड़े बदलते रहेंगे, लेकिन विजेंद्र यादव का योगदान राज्य के किसानों और युवाओं के लिए स्थायी
साबित होगा।





